Contact Us

सर्वोदय पीजी कॉलेज घोसी में आज दिनांक 14/09/2024 को हिंदी दिवस के अवसर पर "21वीं सदी में हिंदी की दशा एवं दिशा" विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत से किया गया जिसमें महाविद्यालय के छात्र आलोक ने सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत अंजलि तिवारी ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए छात्र आकाश चौहान, अली अंसारी, खुशी कुमारी, अंजली तिवारी, शिवकुमार एवं अदीबा खातून आदि ऐसे अनेक छात्र छात्राओं ने हिंदी के उद्भव - विकास एवं दशा दिशा पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए एवं कविताएं भी पढ़ी। इस अवसर पर प्रभूत मात्रा में महाविद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित रहे। महाविद्यालय के शिक्षकों में डॉक्टर जुबैर आलम ने विविधता में एकता, भाषाओं के परस्पर आदान-प्रदान आदि विषय पर अपना वक्तव्य दिया। डॉ राजीव मिश्र ने भाषाई उत्पत्ति एवं विकास पर बात करते हुए हिंदी के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ मिश्र ने अपनी दो स्वरचित कविताओं का पाठ भी किया। डॉ धनंजय शर्मा ने कहा की हिंदी अपनी उत्पत्ति कल से ही संपर्क भाषा के रूप में बनी रही है आजादी के बाद इसे राजभाषा का पद मिला आज यह विश्व भाषा के रूप में विकसित हो रही है। 21वीं सदी के दौर में हिंदी वैश्वीकरण, सूचना क्रांति, विज्ञापन एवं कंप्यूटर की भाषा के रूप में विकसित हो चुकी है। अनुवाद विज्ञान ने पश्चिमी एवं पूर्व के भाषाई अंतराल को सीमित कर दिया है। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ संजय कुमार राय ने किया। इस अवसर पर प्राध्यापक श्री उदय प्रताप जी भी उपस्थित रहे।